डॉयबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए शुगर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। ब्लड में शुगर का अनियंत्रित स्तर कई परेशानियों का कारण बन सकता है। शुगर को कंट्रोल करने के लिए हेल्दी डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल बेहद मायने रखता है। डायबिटीज के मरीज शुगर को कंट्रोल करने के लिए किचन में मौजूद मसालों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
डायबिटीज (Diabetes) को लाइफस्टाइल और खान-पान में बदलाव करके कंट्रोल किया जा सकता है। शुगर के मरीज कितना भी डाइट पर कंट्रोल कर लें, फिर भी वे डाइट में कार्बोहाइड्रेट, फैट और चीनीयुक्त मीठे पदार्थों का सेवन कर ही लेते हैं। ऐसी डाइट डायबिटीज के मरीज़ों की परेशानी बढ़ा सकती हैं। आप भी शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो किचन में मौजूद कुछ मसालों का सेवन कीजिए। हमारे किचन में औषधीय गुणों से भरपूर कुछ ऐसे मसाले मौजूद हैं जो ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल रखते हैं। आइए जानते हैं कि शुगर को कंट्रोल करने के लिए किचन में मौजूद कौन-कौन से मसाले असरदार हैं।
मेथी का सेवन करें: किचन में मौजूद मेथी दाना शुगर के मरीज़ों के लिए बेहद असरदार साबित होता है। मेथी पाचन और कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करके ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करती हैं। मेथी के बीज आपके दिल के लिए भी फायदेमंद हैं, ये कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करते हैं और सूजन को कम करने में भी असरदार है।
तुलसी भी है फायदेमंद: तुलसी का सेवन करने से इम्युनिटी में सुधार आता है, साथ ही बॉडी स्ट्रॉन्ग भी बनती है। पोषण विशेषज्ञ के मुताबिक डायबिटीज के मरीज तुलसी का सेवन करके ब्लड में शुगर के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। तुलसी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकते हैं। तुलसी का सेवन करने से मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है।
हल्दी से करें शुगर कंट्रोल: पोषण विशेषज्ञ के अनुसार हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट है जो शुगर के मरीज़ों को होने वाली जटिलताओं का इलाज करने में मददगार है। एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर हल्दी बॉडी को कई तरह से फायदे पहुंचा सकती है।
अदरक का करें सेवन: इम्युनिटी इम्प्रूव करने वाली अदरक डायबिटीज के मरीज़ों के लिए बेहद फायदेमंद है। अदरक इंसुलिन स्राव को नियंत्रित करने में मदद करती है।
दालचीनी का सेवन करें: दालचीनी में एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण मौजूद होते हैं। कई अध्ययनों के मुताबकि दालचीनी टाइप-2 मधुमेह के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है। सभी जड़ी-बूटियों में से दालचीनी सबसे शक्तिशाली जड़ी-बूटी है, जिसमें मिथाइल हाइड्रॉक्सी चेल्कोन पॉलीमर होता है जो ग्लूकोज के अवशोषण को स्टिम्यलैट करता है।